
मंगलवार सुबह उत्तर प्रदेश के कानपुर में ऐसा हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। दिल्ली से बिहार जा रही एक डबल डेकर बस आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। पल भर में सफर डर में बदल गया और बस में सवार लोग चीख-पुकार करने लगे।
हादसे की वजह—बेकाबू बस और टूटता संतुलन
यह दर्दनाक हादसा तब हुआ जब बस बिल्हौर के अरौल थाना क्षेत्र में एक्सप्रेसवे पर पहुंची ही थी। ड्राइवर का अचानक से बस पर से नियंत्रण हट गया और कुछ ही सेकंड में पूरी बस उलट कर चकनाचूर हो गई।
टक्कर इतनी जोरदार कि बस के परखच्चे उड़ गए
हादसा इतना भीषण था कि डबल डेकर बस के कई हिस्से सड़क पर बिखर गए। यात्रियों के सामान, टूटे शीशे और बस के धातु के हिस्सों ने सड़क को किसी फिल्मी एक्शन सीन जैसा बना दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई—राहत-बचाव में जुटी टीमें
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को तुरंत सीएचसी भेजा गया। 15 गंभीरों को कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया। बस में फंसे यात्रियों को कटर मशीनों से बाहर निकाला गया।
दु:खद—3 यात्रियों की मौत, पहचान अभी बाकी
हादसे में तीन यात्रियों की मौत हो चुकी है। लेकिन दुखद बात ये है कि अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस द्वारा शिनाख्त के प्रयास जारी हैं।

कैसे हुआ हादसा?—ड्राइवर की गलती या सिस्टम की?
प्राथमिक जानकारी में सामने आया है कि बस तेज रफ्तार में थी, एक मोड़ पर नियंत्रण बिगड़ गया और बस कई बार पलटती हुई सड़क किनारे जा गिरी।
एक्सप्रेसवे हादसे बढ़ते क्यों जा रहे हैं?
पिछले कुछ वर्षों में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ी है। ड्राइवरों का ओवरस्पीड, लंबी ड्राइव में नींद और मॉनिटरिंग की कमी इसकी बड़ी वजहें हैं।
सफर में रफ्तार से ज्यादा ज़रूरी है सावधानी
कानपुर का यह हादसा एक बार फिर याद दिलाता है कि सड़क पर एक छोटी-सी गलती भी दर्जनों जिंदगियां बदल सकती है। यात्रा महत्वपूर्ण है—लेकिन सुरक्षित यात्रा सबसे ज़रूरी है।
